Har Ghar Tiranga 2025: देशभक्ति की लहर या सिर्फ़ एक दिन का जश्न? जानिए पूरी हक़ीक़त!
🇮🇳 Har Ghar Tiranga अभियान 2025 की पूरी जानकारी! जानें तिरंगा फहराने के नियम, सरकारी तैयारियां और इसके पीछे का असली मक़सद। आज़ादी के इस जश्न में शामिल हों!
हर घर तिरंगा 2025 (लाइव)
देश भर में देशभक्ति की लहर, देखें ताज़ा रिपोर्ट और अभियान का जोश।
अभियान के दिन
13-15 अगस्त
अब तक बिके तिरंगे (अनुमानित)
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अब तक साझा तस्वीरें
अभियान का पहला दिन: देश में उत्साह
आज से ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की शुरुआत हो चुकी है। **आज़ादी का अमृत महोत्सव** के तहत हो रहे इस आयोजन में देश भर के नागरिक बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य हर भारतीय के दिल में देशभक्ति की भावना को और मज़बूत करना है।
यह अभियान राष्ट्रीय गौरव और एकजुटता का प्रतीक बन गया है, जो हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है।
“आज सुबह ही मैंने अपने घर पर तिरंगा लगाया। इसे लहराते देख कर जो गर्व महसूस हो रहा है, उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता।” – एक गौरवान्वित नागरिक, जयपुर
तिरंगा फहराने के नियम
सम्मान और स्थिति ▼
तिरंगा कभी भी फटा, मैला या क्षतिग्रस्त नहीं होना चाहिए। इसे हमेशा एक सम्मानजनक स्थान पर फहराया जाना चाहिए और किसी अन्य ध्वज से नीचे नहीं होना चाहिए।
समय और प्रकाश ▼
परंपरागत रूप से, तिरंगा सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराया जाता है। हालांकि, नए नियमों के अनुसार, यदि पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हो तो इसे रात में भी फहराया जा सकता है।
क्या न करें ▼
झंडे पर कुछ भी लिखा नहीं होना चाहिए। इसका उपयोग किसी भी प्रकार की पोशाक, वर्दी या सजावट के रूप में नहीं किया जाना चाहिए।
अब तक की क्षेत्रीय भागीदारी (अनुमानित)
यह चार्ट विभिन्न क्षेत्रों में अभियान के प्रति उत्साह को दर्शाता है।
इस जश्न में शामिल हों!
तिरंगे के साथ अपनी एक सेल्फ़ी लें और सोशल मीडिया पर #HarGharTiranga के साथ साझा कर इस ऐतिहासिक अभियान का हिस्सा बनें।
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जयपुर: स्वतंत्रता दिवस 2025 नज़दीक आते ही, पूरे देश में एक बार फिर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की धूम मच गई है। सरकारी दफ़्तरों से लेकर आम नागरिकों के घरों तक, हर तरफ़ बस तिरंगा ही तिरंगा नज़र आ रहा है। लेकिन क्या यह सिर्फ़ एक सरकारी अभियान है या इसके पीछे देशभक्ति की एक गहरी भावना छिपी है? आइए, इस रिपोर्ट में इसकी पूरी पड़ताल करते हैं।
क्या है ‘Har Ghar Tiranga‘ अभियान?

हर घर तिरंगा अभियान, आज़ादी का अमृत महोत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश के हर नागरिक के दिल में देश प्रेम की भावना को जागृत करना और उन्हें अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रेरित करना है। इस अभियान की शुरुआत पिछले सालों में हुई थी और इसे अब हर साल 15 अगस्त के अवसर पर ज़ोर-शोर से मनाया जाता है।
इस साल भी, 13 से 15 अगस्त तक, हर भारतीय को अपने घरों, ऑफ़िस, और प्रतिष्ठानों पर तिरंगा फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
सरकारी तैयारियां और जनता का जोश
सरकार ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए कमर कस ली है। डाकघरों में बहुत ही कम दामों पर तिरंगा उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि कोई भी नागरिक इससे वंचित न रहे।
- ऑनलाइन उपलब्धता: डाकघर के ज़रिए ऑनलाइन भी तिरंगा ऑर्डर किया जा सकता है।
- तिरंगे के साथ सेल्फ़ी: सोशल मीडिया पर लोग #HarGharTiranga और #SelfieWithTiranga जैसे हैशटैग के साथ अपनी तस्वीरें साझा कर रहे हैं।
- तिरंगा रैलियां: स्कूलों, कॉलेजों और सामाजिक संस्थाओं द्वारा तिरंगा रैलियां निकाली जा रही हैं, जिससे माहौल पूरी तरह से देशमय हो गया है।
जयपुर के एक स्थानीय निवासी, रमेश शर्मा ने कहा, “जब मैं अपने घर पर तिरंगा लगाता हूँ, तो मुझे गर्व महसूस होता है। यह सिर्फ़ एक झंडा नहीं, हमारी पहचान है।”
तिरंगा फहराने के नियम: यह जानना ज़रूरी है
भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार, तिरंगा फहराने के कुछ नियम हैं जिनका पालन करना हर नागरिक का कर्तव्य है:
- तिरंगा कभी भी फटा या मैला नहीं होना चाहिए।
- इसे हमेशा सम्मानजनक स्थान पर लगाना चाहिए।
- सूर्यास्त के बाद तिरंगा नहीं फहराया जाना चाहिए, हालांकि अब नए नियमों के तहत रात में भी फहराया जा सकता है अगर पर्याप्त रोशनी हो।
- झंडे पर कुछ भी लिखा नहीं होना चाहिए।
अभियान से परे, देशभक्ति का असली मतलब
आलोचक कहते हैं कि क्या सिर्फ़ एक दिन झंडा फहराने से देशभक्ति साबित हो जाती है? शायद नहीं। लेकिन इस अभियान का मक़सद इससे कहीं ज़्यादा गहरा है। जब हर घर, हर गाड़ी, और हर दुकान पर तिरंगा लहराता है, तो यह एकजुटता और राष्ट्रीय गर्व का एक शक्तिशाली प्रतीक बन जाता है।
यह अभियान, ख़ासकर युवा पीढ़ी को अपने देश के गौरवशाली इतिहास और बलिदान से जोड़ने का एक अनोखा प्रयास है। यह याद दिलाता है कि आज़ादी हमें कितनी मुश्किलों से मिली है और इसकी रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है। तो इस 15 अगस्त, आइए हम सब मिलकर इस अभियान में भाग लें और गर्व से कहें – जय हिंद!